बाप्पा आज आ गए। ….
विराजमान हो गए। …..
लाये वो खुशियाँ ढेर सारी। …..
ख़त्म करे विघ्नो की कटोरी। ..
मोदक लड्डू अनेक भोग बनेगे। …
सोशल डिस्टन्सिंग और सारे नियमो का पालन कर के हम ये उत्सव मनायेगे। …
पर अफ़सोस होगा। …
नहीं मना पायेगे पहली की तरह उसी जोश से। ….
पर करेंगे विनती हम बाप्पा से। ….
बदल दे ना ये दिन पहले जैसे। …
तो धूम धाम से होगा तेरा आगमन। …
अगले बरसे। …
फिर गूंजे का आवाज ढोल नगारोंसे। ….
पूरा समां घूमे का तेरे जयजयकार से। …