फाइन फ्रॉम द बर्थ ,आई नॉ अ गॉडेस।।
अबोव द अरथ, आई कॉल हर माय मॉम।।
मेरी मां।।
सुबह की छोटी मुस्कान से
शाम की थकी मुस्कान तक खड़ी रहती है
पैरों पर वह पानी का ग्लास भर
शायद ही कभी मैंनेे अपने हाथों से पानी पिया है
ये तो सब कहते है मेरी मां ने मुझे बड़ा सर पर चढ़ा रखा है
काम नही होंगे मेरी गुड्डू से ये भी सबको बता रखा है।।
पर हाँं अपने मां होने का हर फ़र्ज़ बखूबी निभाया हैं।
मां कहते है वो परेशान करती हैं हमें
नहीं मां वो तो प्यार करते हो आप,
इसलिए परेशान होते हों आप।।
मेरी सुबह कि पहली मुस्कान से
पूरेे दिन कि कामयाबी की जिम्मेदार हों आप।।
कभी दिल धड़कने और कभी मेरे
दिल का करार हों आप।।
जब वो थोड़ा सा गुस्सा हमारी फिकर में करते हो
डर लगता हैं कहीं रूठ ना जाओ हमसे।।
कभी हो जाती हैं गलती हमसे तुम दुःखी ना हो जाना।
मां तुम्हे याद हैं।।
“कुछ वक्त पहले कि बात है
आपकी और मेरी वो पहली मुलाक़ात थी।।
आंखों में भर दिए बहुत से ख़्वाब
क्यूंकि मैं तो आपकी पहली शैतान थी।
वो हर महीने मेरा बर्थडे मनाया था,
हर बार अपनी गुड्डू को सजाया था।।
बड़े नाज़ो से पाला था ना इस बेटी को।।
याद हैं मुझे वो हर ग़लती
याद हैं मुझे वो हर ग़लती मेरी,
जिस पर स्ट्रिक्ट होना था जरूरी।।
क्यूंकि हमें इस दुनिया के साथ चलना जो सिखाना था।
याद हैं मुझे मेरे दूर जाने पे
मैं आपको कितनी याद आती थी।।
आपके बनाए लड्डू कौन खाएगा अब,
आपको ये भी टेंशन हों जाती थी।।
कोशिश हैं मां आपको ख़ुश रखने की,
क्यूंकि प्यार बहुत हैं आपसे।।
माना थोड़ा दूर है आपसे पर दुलार बहुत हैं आपका।।
अगर आता है कभी एक आंसू भी तो,
वो तकलीफ़ भी सबसे पहले तेरा नाम बुलाती हैं।।
सच कहूं तो तू तकलीफ़ में हों,
तो ये धड़कन भी रुक सी जाती हैं।।
कुछ वक्त कि ये दूरी हैं फ़िर वापस से ये साथ ज़रूरी हैं,
तेरी हर ख़ुशी की हकदार मैं बन जाऊं ये भी जरूरी हैं।।
बेटी हूं तेरी इतना तो विश्वास रखना, इस मतलब की दुनिया में हर वक्त साथ हूं तेरे।।
हाँ तू चिंता मत कर, इतना सिखाया है तूने
इस दुनिया से मैं अकेले ही लड़ जाऊंगी।।
बस भरोसा रख तू तेरी इस हकदार पर,
तेरा सर झुकने ना दूंगी,
जो संस्कार तूने दिए हैं।।
उससे पूरी दुनिया को जीत लूंगी।।