ए ज़िन्दगी बस ये बता
तू क्यों है मुझसे इतना खफा
आस मुझे उसी ने दिखाया
हाथ मेरा उसी ने छुड़ाया
मेरे हमसफ़र ने है किया दगा
ए ज़िन्दगी बस ये बता
तू क्यों है मुझसे इतना खफा
साथ में मैंने उसके हर हसीन पल बिताया
उससे मिलने की खुशी में
मैंने हर रात जगकर बिताया
पर उसी ने मुझे रास्ते में छोड़ा
ए ज़िन्दगी बस ये बता
तू क्यों है मुझसे इतना खफा
आज याद फिर उसकी आयी है
ज्यादा तो नहीं पर फिर भी रुलाई है
पर शायद वो खुश है मुझे भूलकर वहां
ए ज़िन्दगी बस ये बता
तू क्यों है मुझसे इतना खफा
क्यों प्यार किया मैंने उसको
क्यों दिल दिया मैंने उसको
क्यों हाथ दिया उसने मुझको
क्यों हां किया उसने मुझको
ना किया उसने मुझी से वफा
ए ज़िन्दगी बस ये बता
तू क्यों है मुझसे इतना खफा
दिल मेरा उसी ने तोड़ा
साथ मेरा उसी ने छोड़ा
उन राहों पर जिसपर हम मिले थे
उस चेहरे पर जिसपर हम मर मिटे थे
वो सब बातें, वो सब यादें
हा, हो गई मुझसे खता
ए ज़िन्दगी बस ये बता
तू क्यों है मुझसे इतना खफा